Hantavirus facts in hindi – क्या है हंता वायरस के लक्षण और बचाव कैसे करें
पूरी दुनिया के लिए कोरोना वायरस चुनौती बना हुआ है। हर दिन सैकड़ों इसकी चपेट में आ रहे हैं।
इटली, स्पेन, अमेरिका में तो भारी संख्या में लोगों की प्रतिदिन मौत हो रही है।
अभी इस वायरस पर विजय मिली नहीं कि चीन में हंता वायरस की वजह से एक व्यक्ति की मौत की वजह से हड़कंप मच गया है।
कोरोना वायरस से परेशान चीन में एक और समस्या सामने आई है। इस समस्या को हंता वायरस नाम दिया गया है।
इस वायरस के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जिसके कारण पूरी दुनिया में लोगों में डर का माहौल है।
लोगों को डर है कि कहीं यह भी कोरोना जैसी महामारी न बन जाए। इस के बारे में जानकारी होना बहुत ही जरूरी है।
हंता वायरस के बारे में लोग खूब सर्च कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी हंता वायरस के बारे में लोग एक-दूसरे से पूछ रहे हैं।
हंतावायरस क्या है? हंतावाइरस वायरस कहां से आया? भारत में हंतावाइरस? आइये जान लेते है हंता वायरस से बचाव कैसे करे.
हंता वायरस कहां से आया ????
कोरोना वायरस की तरह हंता वायरस भी चीन की देन है। कोरोना वायरस से परेशान चीन में एक और मुसीबत आ खड़ी है। इस परेशानी का नाम हंता वायरस है।
रिपोर्ट्स के अनुसार चीन के यूनान प्रांत में एक शख्स को सोमवार को हंता वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई।
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कई यूजर्स का कहना है कि यदि लोग चीन में जानवरों को खाना बंद नहीं करेंगे तो ऐसे वायरस हमेशा इंसानी जान के लिए खतरा बनते रहेंगे।
हंता वायरस क्या है?
विशेषज्ञों के अनुसार, वायरस चूहों और गिलहरियों के संपर्क में आने से फैलता है। अब तक हुए शोध के अनुसार, यह वायरस न तो हवा में फैलता है और न ही व्यक्ति से व्यक्ति में।
लेकिन अगर कोई व्यक्ति चूहे या गिलहरी के संपर्क में आता है, तो उन्हें हंता वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिसके कारण मानव की मृत्यु भी हो सकती है।
भारत में कहाँ से शुरू हुआ हंता वायरस?
भारत में हंता वायरस से पीड़ित कोई मामला सामने नहीं आया है। ये हमारे लिए अछि बात है। किसीको भी इससे डरने के जरुरत नहीं है। हम चैन की साँस ले सकते है।
हंता वायरस कैसे फैलता है?
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वायरस की तरह हंता वायरस घातक नहीं है। यह कोरोना की तरह हवा यानि सांस के जरिए नहीं फैलता है।
यह चूहे या फिर गिलहरी के संपर्क में आने वाले इंसान को संक्रमित करता है। सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार चूहों के कारण हंता वायरस के संक्रमण का खतरा रहता है।
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अगर कोई स्वस्थ्य व्यक्ति भी हंता वायरस के संपर्क में आता है तो उसके भी संक्रमित होने का खतरा रहता है। हालांकि हंता वायरस एक शख्स से दूसरे में नहीं जाता,
लेकिन यदि कोई व्यक्ति चूहों के मल, पेशाब आदि को छूने के बाद अपनी आंख, नाक और मुंह को छूता है, तो उसके इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा रहता है।
क्या हैं इसके लक्षण?
इस वायरस के लक्षण को आप बड़ी आसानी से पहचान सकते हैं। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और प्रेवेंशन के अनुसार जब कोई इंसान हंता वायरस से संक्रमित होने पर, उसे 101 डिग्री के ऊपर बुखार होता है,
उसकी मांसपेशियों में दर्द रहता है और उसे सिर दर्द भी महसूस होता है।
इसके साथ-साथ हंता वायरस से संक्रमित व्यक्ति को मतली, उल्टी और पेट दर्द की समस्या भी होती है।
साथ ही साथ त्वचा पर लाल दाने भी उभरने लगते हैं। फिलहाल वैज्ञानिक इसके संक्रमण को रोकने के लिए लगातार अध्ययन कर रहे हैं।
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डॉक्टरों ने यह भी कहा गया है कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह केवल चूहा और गिलहरियों के ही संपर्क में आने से फैलता है।
हालांकि हंता वायरस से भारत भी अछूता नहीं रहा है। 2008 और 2016 में दो बार ऐसे मामले सामने आए हैं।
फिलहाल एहतियात के तौर पर आप भी अपने आसपास मौजूद चूहों और गिलहरियों से दूरी बनाए रखें।
कैसे इस वायरस से बचा जा सकता है?
सबसे ज़रूरी बात की हंता वायरस से बचा कैसे जा सकता है। तो दोस्तो अगर आप मांस का सेवन करते हो, तो जीवहत्या मत करो। भगवान ने हमें खाने के लिए बहोत सारी चीजें दी है।
अभी तक जितने भी वायरस फैले हैं सब मांसाहार होने की वजहा से फैले हैं।
इस पोस्ट को ज़्यादा से ज़्यादा इसे शेयर करें ताकि लोग हंता वायरस के प्रति किसी अफवाह का शिकार ना हो।
तो आज हमने हंता वायरस (Hantavirus facts in hindi) के बारे में कुछ तथ्य जान लिए है।
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