Atal Bihari Vajpayee facts Hindi – अटल बिहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी एक भारतीय राजनेता थे जिन्होंने भारत के प्रधान मंत्री के रूप में तीन कार्यकालों में काम किया, पहली बार 1996 में 13 दिनों के कार्यकाल के लिए, फिर 1998 से 1999 तक 13 महीनों की अवधि के लिए, इसके बाद 1999 से 2004 तक का कार्यकाल पूरा किया।
उन्हें एक कवि और एक लेखक के रूप में भी जाना जाता था। अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले प्रधानमन्त्री थे, जिन्होंने गैर काँग्रेसी प्रधानमन्त्री पद के ५ साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। यहाँ अटल बिहारी वाजपेयी की समृद्ध राजनीतिक यात्रा के कुछ दिलचस्प संकेत दिए गए हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी(Atal Bihari Vajpayee) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य (Atal Bihari Vajpayee Rochak Tathya/Gyan Hindi)
1. अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 24 दिसम्बर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। उनकी माता का नाम कृष्णा देवी और पिताजी का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी था। अटल जी की तीन बहनें और तीन भाई थे।
2. 1942 में गाँधी जी द्वारा चलाये गए “अंग्रेजों भारत छोड़ो” आन्दोलन में किशोर होते हुए भी उन्होंने हिस्सा लिया। और आगरा जेल के बच्चा बैरक में 24 दिनों तक बंद रहे।
3. उनकी शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर, ग्वालियर, विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मीबाई कॉलेज), ग्वालियर, और डीएवी डिग्री कॉलेज, कानपुर से हुई।
4. क्या आप जानते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने लॉ की पढ़ाई अपने पिता के साथ कानपुर के डीएवी कॉलेज से की थी। दोनों ने एक ही कक्षा में लॉ की डिग्री हासिल की और इस दौरान एक साथ हॉस्टल में भी रहे थे।
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5. राज्यसभा में एक भाषण के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा वाजपेयी को भारतीय राजनीति के भीष्म पितामह के रूप में संदर्भित किया गया था, हिंदू महाकाव्य महाभारत में चरित्र का संदर्भ था जो दो युद्ध पक्षों द्वारा आयोजित किया गया था।
6. 1977 में जब वे जनता सरकार में विदेश मंत्री थे तब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी भाषण दिया था। यह पहला मौका था जब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की राजभाषा गूंजी थी। इस दिन को अटल जी अपना सबसे यादगार दिन मानते थे।
7. वाजपेयी जी को रात में सोने से पहले दूध पीना बहुत पसंद था। उनका पसंदीदा रंग नीला था। खाने में उन्हें कढ़ी, खेर, खिचड़ी, मालपुआ, चायनीज और मछली पसंद थी। साथ ही ग्वालियर का गजक भी उन्हें बहुत पसंद था। घूमने के लिए उन्हें मनाली, अल्मोड़ा और माउंट आबू पंसद थे।
8. अटल बिहारी वाजपेयी जी को कई बार सम्मनित किया जा चुका है। उन्हें 1992 में पद्म विभूषण, 1994 में लोकमान्य तिलक पुरस्कार, श्रेष्ठ सांसद पुरस्कार व गोविंद वल्लभ पंत जैसे पुरस्कारों से नवाजा गया। उनको दिसम्बर, 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया। इनके जीवन से हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बड़े प्रभावित रहे हैं और अटल जी खुद श्यामा प्रसाद मुखेर्जी के प्रशंसक रहे हैं।
9. 19 फ़रवरी 1999 को सदा-ए-सरहद नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की गई। इस सेवा का उद्घाटन करते हुए प्रथम यात्री के रूप में वाजपेयी जी ने पाकिस्तान की यात्रा करके नवाज़ शरीफ से मुलाकात की और आपसी संबंधों में एक नयी शुरुआत की।
10. वाजपेयी जी अपने पूरे जीवन अविवाहित रहे। उन्होंने पुत्री के रूप में कॉलेज के समय से उनकी दोस्त रही राजकुमारी कौल की बेटी नमिता कौल भट्टाचार्य जी को गोद लिया। नमिता जी ने ही अटल को मुखाग्नि दी।
11. मेरी इक्यावन कविताएँ कवि व राजनेता अटल बिहारी वाजपेयी जी का बहुचर्चित काव्य-संग्रह है जिसका लोकार्पण १३ अक्टूबर १९९५ को नई दिल्ली में भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री पी. वी. नरसिंहराव ने सुप्रसिद्ध कवि शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ की उपस्थिति में किया था।
बेनकाब चेहरे हैं, दाग बड़े गहरे हैं
टूटता तिलिस्म आज सच से भय खाता हूं
गीत नहीं गाता हूं
लगी कुछ ऐसी नज़र बिखरा शीशे सा शहर
अपनों के मेले में मीत नहीं पाता हूं
गीत नहीं गाता हूं
पीठ मे छुरी सा चांद, राहू गया रेखा फांद
मुक्ति के क्षणों में बार बार बंध जाता हूं
गीत नहीं गाता हूं
गीत नया गाता हूं
टूटे हुए तारों से फूटे बासंती स्वर
पत्थर की छाती मे उग आया नव अंकुर
झरे सब पीले पात कोयल की कुहुक रात
प्राची मे अरुणिम की रेख देख पता हूं
गीत नया गाता हूं
टूटे हुए सपनों की कौन सुने सिसकी
अन्तर की चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी
हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा,
काल के कपाल पे लिखता मिटाता हूं
गीत नया गाता हूं
12. वाजपेयी जी को २००९ में एक दौरा पड़ा था, जिसके बाद वह बोलने में असक्षम हो गए थे। उन्हें ११ जून २०१८ में किडनी में संक्रमण और कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था, जहाँ १६ अगस्त २०१८ को शाम ०५:०५ बजे उनकी मृत्यु हो गयी।
तो आज हमने अटल बिहारी वाजपेयी जी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य (Interesting Facts about Atal Bihari Vajpayee in Hindi) की जानकारी लिए है। इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ फेसबुक पर शेयर करें रोचक ज्ञान धन्यवाद 🙏🙏🙏